हमारे बारे में

चुनौतियों को मात देकर प्रभावशाली व बेमिसाल हुनर को हम बाहर लेकर आते हैं। ‘शील फाउंडेशन’ एक नॉन-प्रॉफिट संस्था है जो भारत के कोने कोने से छुपी कला को ढुँढकर बाहर ले आने के साथ देश के कमज़ोर हिस्सों को सहारा देती है।
हम हर उस व्यक्ति की सहायता करते हैं जो अभ्यासी या प्रशिक्षित है अथवा अपने पसंदीदा क्षेत्र में विकसित होना चाहते हैं, पर आर्थिक तौर पर अस्थिर हैं। प्रतिभावान कलाकार, नौजवान या क्रीड़ाओं में दिलचस्प खिलाड़ियों को मार्गदर्शन हमारे द्वारा दिया जाता है।
सहपाठ्यक्रम गतिविधियों में जरुरतमंद बच्चों के लिए हम स्कालरशिप सुविधा उपलब्ध करवाते हैं। सिवाय इसके, योग्य निर्देशन उन फ्रेशर्स व अंडरग्रेजुएटस के लिए, जो सेना द्वारा देश की सेवा करना चाहते हैं।
सीमा पर शहीदी दे चुके वीर जवानों के बच्चों को हम शैक्षणिक मदद तथा करियर गाइडेंस देते हैं।

इस महामारी के दौरान हम कईयों की उम्मीद बनना चाहते हैं। इंसानियत के विकास का लक्ष्य ख्याल में रखते हुए, हम हमारे उद्देश्यों को भारत के हर कोने तक लेकर जा रहे हैं। इसमें सड़क पर भीख माँग रहे लोगों को काम दिलवाने से लेकर उन्हें सामान्य गुणों की शिक्षा देकर रोज़गार के काबिल बनाना भी शामिल है।

जिन्होंने इस विशाल महामारी के चलते अपना रोज़गार खो दिया, हम उनकी सहायता करने के लिए भी आसरा बनकर खड़े रहते हैं। तमाम आवाम के लिए इस महामारी के कठिन सफर में ‘शील फाउंडेशन’ द्वारा चिकित्सा सुविधाएँ भी उप्लब्ज करवाई गई हैं, जैसे कि – एम्बुलेंस सुविधा, ऑक्सीजन सप्लाई और चिकित्सा के यंत्र जैसे कि ऑक्सिमिटर।

प्रमुख रूप से हम सभी क्रीड़ा क्षेत्रों के नए, आवेशपूर्ण खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने का ध्येय रखते हैं, जिसमें ओलिंपिक, राज्य व राष्ट्रीय स्तर तथा रांझी टूर्नामेंट भी शामिल है। साथ ही, उन्हें मार्गदर्शन व आर्थिक सहाय दिया जाता है।
अंततः, हम हर ज़रूरतमंद के लिए मार्गदर्शक, प्रोत्साहक व समस्या निवारक हैं।

संरक्षक मंडल

नितेश पवार
(संस्थापक आणि संचालक)

संजय परब

हमारे सदस्य

सचिन कांबळे

श्रीकांत परब

मेघना सातपुते

दिपक नसरकार

प्रकाश रसाळ

कोमल परब

अजित गोरुले

प्रकाश बारे

दिपक लाड

नंदकुमार दळवी

शैलेश सावंत